Farmer ID Registration Start: फार्मर आईडी रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू

Farmer ID Registration Start : भारत सरकार ने किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने और कृषि क्षेत्र को डिजिटल बनाने के लिए फार्मर आईडी (Kisan Pehchan Patra) की शुरुआत की है। यह एक यूनिक आईडी है जिसके माध्यम से किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे उनके बैंक खाते में मिलता है। इस आईडी के जरिए पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, सब्सिडी, और कृषि ऋण जैसी सुविधाएं प्राप्त होती हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

इस लेख में, हम फार्मर आईडी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, पात्रता, और लाभ के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Farmer ID Registration Start का उद्देश्य

फार्मर आईडी रजिस्ट्रेशन भारत सरकार द्वारा किसानों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका प्राथमिक उद्देश्य देश के किसानों को एक मान्यता प्राप्त डिजिटल पहचान प्रदान करना है जिसके माध्यम से वे सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे प्राप्त कर सकें। इस योजना के तहत प्रत्येक पंजीकृत किसान को एक विशिष्ट 12 अंकों की आईडी प्रदान की जाती है जो उनकी पहचान के रूप में कार्य करती है।

इस योजना का एक मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता लाना और सरकारी सहायता राशि के वितरण में होने वाली धोखाधड़ी को रोकना भी है। फार्मर आईडी के माध्यम से सरकार को किसानों की वास्तविक संख्या और उनकी जरूरतों का सही आकलन करने में मदद मिलती है। यह प्रणाली कृषि ऋण वितरण प्रक्रिया को भी अधिक सुगम बनाती है, जिससे किसानों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आसानी होती है।

इसके अलावा, फार्मर आईडी किसानों और सरकार के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का एक प्रभावी माध्यम है। इसके जरिए किसानों को कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं, मौसम पूर्वानुमान, बाजार भाव आदि समय पर प्राप्त हो सकते हैं। यह प्रणाली कृषि क्षेत्र के डिजिटलीकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

फार्मर आईडी रजिस्ट्रेशन के लाभ

फार्मर आईडी पंजीकरण से किसानों को अनेक महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होते हैं। सबसे प्रमुख लाभ है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रतिवर्ष 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में प्राप्त होना। यह राशि तीन किस्तों में 2,000-2,000 रुपये के रूप में दी जाती है जो छोटे और सीमांत किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।

फसल बीमा योजना (PMFBY) का लाभ लेने के लिए भी फार्मर आईडी अनिवार्य है। इसके अलावा पंजीकृत किसानों को कृषि यंत्रों, बीजों और उर्वरकों पर विशेष सब्सिडी प्राप्त होती है। किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया भी फार्मर आईडी होने पर अत्यंत सरल हो जाती है।

फार्मर आईडी धारक किसान ई-नाम पोर्टल के माध्यम से अपनी उपज को बेहतर मूल्य पर बेच सकते हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें कृषि विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्राथमिकता दी जाती है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत होने के कारण किसानों को कृषि से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां और अद्यतन सीधे प्राप्त होते हैं।

फार्मर आईडी के लिए पात्रता

फार्मर आईडी के लिए आवेदन करने हेतु कुछ मूलभूत पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। सर्वप्रथम आवेदक को भारत का नागरिक होना आवश्यक है। दूसरा महत्वपूर्ण मापदंड है कि आवेदक के पास कृषि योग्य भूमि का मालिकाना हक होना चाहिए। भूमि का आकार चाहे छोटा हो या बड़ा, मगर उस पर कृषि कार्य होना अनिवार्य है।

आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। साथ ही आवेदक का आधार कार्ड होना अनिवार्य है जो उसकी पहचान प्रमाण के रूप में काम करेगा। एक सक्रिय बैंक खाता भी आवश्यक है जिससे सरकारी लाभ सीधे हस्तांतरित किए जा सकें। कुछ राज्यों में बटाईदार किसानों के लिए भी विशेष प्रावधान हैं।

हालांकि कुछ श्रेणियों के लोग इस योजना के पात्र नहीं हैं। इनमें आयकर दाता, सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी (कुछ मामलों को छोड़कर) और वे लोग शामिल हैं जिनके पास कृषि योग्य भूमि नहीं है। संस्थागत भूमिधारक भी इस योजना के पात्र नहीं हैं।

फार्मर आईडी के लिए आवश्यक दस्तावेज

फार्मर आईडी पंजीकरण के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। सबसे महत्वपूर्ण है आधार कार्ड जो अनिवार्य दस्तावेज के रूप में मांगा जाता है। आधार कार्ड में नाम और अन्य विवरण अन्य दस्तावेजों से मेल खाने चाहिए। दूसरा महत्वपूर्ण दस्तावेज है भूमि संबंधी कागजात जैसे खसरा/खतौनी या 7-12 उतरा जो भूमि के स्वामित्व को प्रमाणित करता है।

बैंक खाते का विवरण भी जरूरी है जिसमें खाता संख्या, बैंक का नाम और IFSC कोड शामिल हो। एक सक्रिय मोबाइल नंबर जो आधार कार्ड से लिंक हो, यह भी आवश्यक है क्योंकि OTP और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं इसी नंबर पर भेजी जाती हैं। दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ्स की भी आवश्यकता होती है।

अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों के लिए जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता हो सकती है। कुछ मामलों में निवास प्रमाण पत्र भी मांगा जा सकता है। यदि आवेदक किराए की भूमि पर खेती करता है तो पट्टा समझौता पत्र भी जमा करना होगा।

फार्मर आईडी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें

फार्मर आईडी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है। सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। मुखपृष्ठ पर “New Farmer Registration” या “किसान पंजीकरण” के विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद आवेदन फॉर्म खुलेगा जिसमें व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, पिता/पति का नाम, जिला, तहसील और गाँव का नाम भरना होगा।

अगले चरण में आधार नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक खाते का विवरण दर्ज करें। फिर भूमि संबंधी विवरण जैसे खसरा नंबर, भूमि का आकार आदि भरें। इसके बाद आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें। सभी जानकारी सही होने पर फॉर्म सबमिट कर दें।

आवेदन सबमिट करने के बाद एक पावती संख्या (Acknowledgement Number) प्राप्त होगी जिसके माध्यम से आप आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं। स्थानीय राजस्व अधिकारी द्वारा आपके दस्तावेजों की जाँच की जाएगी। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका फार्मर आईडी कार्ड जनरेट हो जाएगा जिसे आप पोर्टल से डाउनलोड कर सकते हैं

Leave a Comment